Adss

Car Warning Lights: कार के डैशबोर्ड पर क्यों लगे होते हैं रंग-बिरंगे लाइट्स? जानिए हर निशान मतलब

Car Warning Lights: आज के दौर में कार लगभग हर किसी की जरूरत बन गई है। ऑफिस जाना हो या कहीं घूमने-फिरने लोग कार से ही जाना ज्यादा पसंद करने लगे हैं। चाहे वो खुद की गाड़ी हो या फिर किराए की कैब, कार ही हमारा फर्स्ट चॉइस हो गया है। पर कई लोग ऐसे भी हैं, जो कार चलाना तो जानते हैं, अच्छी ड्राइविंग भी कर लेते हैं, लेकिन इसके  कुछ सिस्टम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है।

इन्हीं में से एक है- डैशबोर्ड पर लगी रंग-बिरंगी वॉर्निंग लाइट, जिसकी जनकारी कार चलाने वालों को जरूर होनी चाहिए। दरअसल, ये लाइट ड्राइवर को अलग-अलग मतलब बताती है और संकट की स्थिति में उचित कदम उठाने में मदद भी करती है। तो चलिए जाने हैं आखिर क्यों ये लाइट्स लगे होते हैं और कब काम आते हैं।

चेक इंजन लाइट

कार स्टार्ट करते समय आपने डैशबोर्ड पर एक पीले रंग की पॉपअप जलते हुए देखा होगा। बता दें, यह खास साइन इंजन को दर्शाता है। एक बार जल कर यह लाइट अगर बंद हो जाए तो समझ लीजिए कार में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन, ड्राइविंग के दौरान अगर यह लाइट लगातार जल रही है, तो इसका मतलब है कि कार के इंजन में कोई खराबी है।

इंजन में तभी परेशानी आती है जब या तो ऑयल प्रेशर की दिक्कत हो या फिर ओवरहीटिंग हो रही हो। इसके अलावा, गैस कैप टूटने, कटने के कारण उसमें दरार आने पर भी यह लाइट इंडिकेट करती है। ऐसे में बेहतर होगा कि तुरंत आप कंपनी या मैकेनिक से संपर्क करें।

इंजन टेंपरेचर वार्निंग

इंजन को चलने के लिए एक खास तापमान की जरूरत होती है। इसके लिए डैशबोर्ड पर टेंपरेचर गॉज भी लगा होता है जिसके साइन से  आप कंपनी अंदाजा लगा सकते हैं कि गाड़ी का टेंपरेचर क्या है। लेकिन, ड्राइविंग के समय अगर यह Car Warning Lights लगातार जले, तो इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। इसका मतलब है कि इंजन ओवरहीट हो रहा है। यह कम कूलेंट लेवल, थर्मोस्टेट में गड़बड़ी, कूलिंग सिस्टम में लीकेज या फिर रेडिएटर में लीकेज के कारण होती हैं।

ऑयल प्रेशर वार्निंग लाइट्स          

ऑयल इंजन के पार्ट्स को चिकना रखता है। इसलिए ऑयल प्रेशर का सही होना बेहद जरूरी है। ऐसे में, डेशबोर्ड पर लाल रंग के साइन के साथ यह लाइट अगर लगातार जलती रहे तो समझ लीजिए कि ऑयल प्रेशर कम है यानी इंजन को जरूरत अनुसार तेल नहीं मिल रहा है। इसके लिए जरूरी है कि आप मैकेनिक के पास जाकर ठीक करा लें।

टायर प्रेशर वार्निंग लाइट्स

टायर प्रेशर को मापने वाली यह वार्निंग लाइट हर कार में शायद आपको ना मिले। पर, यह हैचबैक्स, सेडान या एसयूवी के टॉप वैरिएंट्स में दिख जाएगा। इसकी खासियत है कि, यह कार के टायर में हवा का प्रेशर कम होते ही आपको वार्न करने लगेगी। अगर ऐसा होता है तो आपको किसी नजदीकी एयर फिलिंग सेंटर में जाकर हवा भरवा लेना उचित रहेगा।

ABS वार्निंग लाइट

यह एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम वार्निंग लाइट है, गाड़ियों में दिए जाने वाला एक सेफ्टी फीचर माना जाता है। हार्ड ब्रेकिंग के दौरान यह गाड़ी पर कंट्रोल बनाए रखने का काम करता है। लेकिन, जैसे ही यह वार्निंग लाइट जलने लगे तो समझिए कि एबीएस में कोई दिक्कत आ गई है।

ब्रेक अलर्ट इंडीकेटर

अक्सर लोग गाड़ी पार्क करने के बाद हैंडब्रेक लगा देते हैं। हालांकि, इससे कोई परेशानी नहीं है, लेकिन कार को चालू करने से पहले हैंडब्रेक को नीचे करना भूल जाते हैं। ऐसी स्थिति में डैशबोर्ड पर ब्रेक अलर्ट इंडीकेटर जलने लगता। इसके अलावा, अगर ब्रेक फ्लूइड लीक होता है, तब भी यह लाइट आपकी मदद करती है।

एयरबैग वार्निंग लाइट

एयरबैग्स कार में बैठे लोगों को चोट लगने से बचाने काम करता है। इसके लिए एयरबैग्स ठीक रहना भी जरूरी है। अगर डैशबोर्ड पर यहां वॉर्निंग लाइट जलने लगे तो इसका मतलब है कि किसी एयरबैग में कोई दिक्कत आ गई है या फिर पूरे एयरबैग में ही कोई बड़ी समस्या है।

सीट बेल्ट रिमाइंडर

डैशबोर्ड पर नजर आने वाली यह सबसे कॉमन लाइट है। इसका काम ड्राइवर को ड्राइविंग के दौरान सीट बेल्ट लगाने के लिए याद कराना है।

बैटरी अलर्ट लाइट

कार को स्टार्ट करने और इसके इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के लिए बैटरी एक अहम हिस्सा है। अगर, यह वार्निंग लाइट जल रही है, तो समझिए चार्जिंग सिस्टम में कोई समस्या है।

लो फ्यूल इंडीकेटर

यह लाइट आपके गाड़ी के फ्यूल को मापने का काम करती है। जैसे ही डैशबोर्ड पर इसकी लाइट जले तो समझ लीजिए कार को अब फ्यूल की जरूरत है।

यह भी पढ़ें: EV Car Tips: अगर आप भी बढ़ाना चाहते हैं अपनी ईवी कार की रेंज, तो इन आसान टिप्स को अपनाएं और देंखे नतीजे

Adzz

Related Articles

Adzzspot_img

Latest Articles